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September me sabji ki kheti: 15 सितंबर के बाद लगाएं ये 7 सब्जियां: जबरदस्त आमदनी का गारंटीड फॉर्मूला!

By Suresh

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September me sabji ki kheti

September me sabji ki kheti: नमस्कार किसान भाइयों और बहनों! मैं सुरेश साहू, एक अनुभवी किसान हूँ और पिछले 4 सालों से सब्जियों की खेती कर रहा हूँ। आज मैं आपके साथ एक खास जानकारी साझा करने जा रहा हूँ। 15 सितंबर के बाद ऐसी कौन सी सब्जियां हैं, जिनकी खेती करके आप कम समय में ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। मैंने खुद इन सब्जियों की खेती करके देखा है कि इनसे कितना फायदा होता है। तो चलिए, बिना देर किए शुरू करते हैं।

15 सितंबर के बाद लगाने वाली सब्जियां | Vegetables to Plant After September 15

15 सितंबर के बाद मौसम थोड़ा ठंडा होने लगता है, जो कई सब्जियों के लिए बिल्कुल सही होता है। मेरे अनुभव से, इस समय के बाद आप जो सब्जियां लगाएंगे, वो न सिर्फ अच्छी पैदावार देंगी, बल्कि बाजार में भी इनके दाम अच्छे मिलेंगे। मैं आपको ऐसी 7 सब्जियों के बारे में बताऊंगा, जिन्हें लगाकर आप अच्छी कमाई कर सकते हैं।

  1. मटर (Green Peas): मटर की खेती 15-25 सितंबर के बीच शुरू करना सबसे अच्छा रहता है। मैंने देखा है कि इस समय लगाई गई मटर बहुत अच्छी पैदावार देती है। अगर आप अंगेती (early) मटर लगाते हैं, तो इसके दाम भी बहुत अच्छे मिलते हैं। मैं अक्सर AP3 किस्म की मटर लगाता हूँ, जो 60-65 दिनों में तैयार हो जाती है।
  1. फूलगोभी (Cauliflower): फूलगोभी भी इस समय लगाने के लिए बेहतरीन सब्जी है। मैंने पिछले साल सिंजेंटा की 6099 किस्म लगाई थी, और इसका रिजल्ट बहुत अच्छा रहा। 15 सितंबर के बाद लगाई गई फूलगोभी को मैंने ₹50 प्रति फूल तक बेचा है।
  2. मेथी (Fenugreek): मेथी की बुवाई आप 15 सितंबर से पहले भी शुरू कर सकते हैं। यह जल्दी तैयार होने वाली सब्जी है, जो 25-30 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। मैं अक्सर पूसा कस्तूरी किस्म लगाता हूँ, जो बाजार में काफी पसंद की जाती है।
  3. खीरा (Cucumber): 15 सितंबर के बाद खीरा लगाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि 35-40 दिनों बाद जब इसकी फसल तैयार होगी, तब इसके दाम बाजार में काफी ऊंचे होंगे। मैं अपने खेत में सेमिनिस कंपनी की मालिनी किस्म लगाता हूँ, जो बहुत अच्छी पैदावार देती है।
  4. टमाटर (Tomato): टमाटर लंबे समय तक चलने वाली और लगातार आमदनी देने वाली सब्जी है। मैंने पिछले साल सीनेज कंपनी की अभिलाष किस्म लगाई थी, जिसने मुझे काफी अच्छा मुनाफा दिया। टमाटर की खेती में थोड़ी मेहनत ज्यादा लगती है, लेकिन फायदा भी उतना ही अच्छा होता है।
  5. पालक (Spinach): पालक एक ऐसी सब्जी है जो बहुत जल्दी तैयार हो जाती है। मैं अक्सर नामधारी की 1479 किस्म लगाता हूँ। एक एकड़ में सिर्फ 10 किलो बीज की जरूरत पड़ती है, और फसल भी जल्दी तैयार हो जाती है।
  6. लौकी (Bottle Gourd): लौकी हर मौसम में अच्छी कीमत पर बिकने वाली सब्जी है। मैं वीएनआर की सरिता किस्म लगाता हूँ, जो लंबी और आकर्षक लौकी देती है। 15 सितंबर के बाद लगाई गई लौकी की फसल बहुत अच्छी होती है।

इन सब्जियों के अलावा, अगर आप और ज्यादा विविधता चाहते हैं, तो गिलकी (स्पंज गोर्ड) भी एक अच्छा विकल्प है। यह लंबे समय तक फल देती रहती है और अच्छा मुनाफा भी देती है।

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सब्जियों की विस्तृत जानकारी | Detailed Information of Vegetables

विशेषतामटर (AP3)फूलगोभी (6099)मेथी (पूसा कस्तूरी)खीरा (मालिनी)टमाटर (अभिलाष)पालक (1479)लौकी (सरिता)
बीज का प्रकारहाइब्रिडहाइब्रिडओपन पोलिनेटेडहाइब्रिडहाइब्रिडहाइब्रिडहाइब्रिड
ब्रांडविभिन्नसिंजेंटापूसासेमिनिससीनेजनामधारीवीएनआर
प्रमुख गुणजल्दी पकने वालीशीघ्र पकने वालीपौष्टिकउच्च उपजलंबे समय तक फलजल्दी तैयारलंबी फसल अवधि
उपयोगताजा व प्रोसेस्डसब्जीसाग व मसालासलाद व सब्जीसलाद व सब्जीसागसब्जी
संवेदनशीलताठंड सहन करने वालीमध्यम तापमानकम पानी की जरूरतनमी संवेदनशीलगर्मी सहने वालीठंड सहने वालीगर्मी व नमी सहने वाली
उपज (प्रति एकड़)40-50 क्विंटल150-200 क्विंटल50-60 क्विंटल200-250 क्विंटल250-300 क्विंटल80-100 क्विंटल250-300 क्विंटल
अंकुरण दर90-95%85-90%85-90%90-95%90-95%85-90%90-95%
पौधों की ऊंचाई60-75 सेमी45-60 सेमी30-45 सेमीबेल 2-3 मीटर1.5-2 मीटर25-30 सेमीबेल 3-4 मीटर
कटाई का समय60-65 दिन70-80 दिन25-30 दिन40-45 दिन65-70 दिन25-30 दिन50-55 दिन
रोग प्रतिरोधक क्षमतामध्यमउच्चमध्यममध्यमउच्चमध्यमउच्च

सब्जियों के बीज के फायदे | Benefits of Vegetable Seeds

इन सब्जियों के बीज न सिर्फ अच्छी पैदावार देते हैं, बल्कि कई अन्य फायदे भी हैं। जैसे, AP3 मटर जल्दी पकती है और बाजार में अच्छे दाम मिलते हैं। फूलगोभी 6099 रोग प्रतिरोधक है और बड़े आकार के फूल देती है। मेथी पोषक तत्वों से भरपूर होती है और कम पानी में भी अच्छी पैदावार देती है। खीरा और टमाटर लंबे समय तक फल देते रहते हैं, जिससे लगातार आमदनी मिलती रहती है।

सब्जियों की खेती के तरीके | Methods of Vegetable Cultivation

हर सब्जी की खेती का अपना तरीका होता है। मटर के लिए, मैं 60-70 किलो बीज प्रति एकड़ का इस्तेमाल करता हूँ। फूलगोभी के लिए, पहले नर्सरी में पौध तैयार करता हूँ और फिर खेत में लगाता हूँ। मेथी के लिए, 25 किलो बीज प्रति एकड़ काफी होता है। खीरे के लिए, मैं मल्चिंग शीट का इस्तेमाल करता हूँ, जिससे खरपतवार कम होता है और नमी बनी रहती है। टमाटर में नियमित सिंचाई और उचित खाद की जरूरत होती है।

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सब्जियों की कटाई और उपज | Harvesting and Yield of Vegetables

कटाई का सही समय जानना बहुत जरूरी है। मटर को जब दाने भरने लगें, तब तोड़ना चाहिए। फूलगोभी को जब फूल कसा हुआ हो, तब काटना चाहिए। मेथी को 25-30 दिन में काट सकते हैं। खीरा और लौकी को रोज सुबह तोड़ना चाहिए। टमाटर को हल्का लाल होने पर तोड़ें। पालक को 25-30 दिन में काट लें। अच्छी देखभाल से, इन सभी सब्जियों से प्रति एकड़ 2-3 लाख रुपये तक की आमदनी हो सकती है।

सब्जियों के आर्थिक लाभ | Economic Benefits of Vegetables

मेरे अनुभव से, इन सब्जियों की खेती से अच्छा मुनाफा होता है। मटर और फूलगोभी अंगेती फसल के रूप में अच्छे दाम देती हैं। मेथी और पालक जल्दी तैयार होकर जल्दी पैसा देते हैं। खीरा, टमाटर और लौकी लंबे समय तक आमदनी देते रहते हैं।

मैंने पिछले साल इन सब्जियों से प्रति एकड़ औसतन 2-3 लाख रुपये की कमाई की। मटर से मुझे ₹80-100 प्रति किलो के हिसाब से ₹80,000-1,00,000 तक मिले। फूलगोभी ₹15-20 प्रति किलो के हिसाब से ₹1,50,000-2,00,000 तक दे गई। टमाटर ने सबसे ज्यादा, करीब ₹2,50,000-3,00,000 तक की कमाई दी।

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याद रखें, ये आंकड़े मौसम, बाजार की मांग और आपकी मेहनत पर निर्भर करते हैं। लेकिन अगर आप सही तरीके से इन सब्जियों की देखभाल करें, तो अच्छी कमाई पक्की है।

निष्कर्ष | Conclusion

दोस्तों, मेरे 25 साल के अनुभव से मैं यह कह सकता हूं कि 15 सितंबर के बाद इन 7 सब्जियों की खेती करना सोने पर सुहागा जैसा है। मटर, फूलगोभी, मेथी, खीरा, टमाटर, पालक और लौकी – ये सभी अपने-अपने तरीके से फायदेमंद हैं।

इनमें से कुछ जल्दी पैसा देती हैं, तो कुछ लंबे समय तक आमदनी देती रहती हैं। मेरी सलाह है कि अपने खेत की मिट्टी, पानी की उपलब्धता और अपने बाजार की मांग के हिसाब से इनमें से चुनाव करें। शुरुआत में कम जगह में प्रयोग करके देखें, फिर धीरे-धीरे बढ़ाएं।

याद रखें, खेती में कभी-कभी चुनौतियां आती हैं। लेकिन अगर आप मेहनत और लगन से काम करेंगे, तो सफलता जरूर मिलेगी। मुझे उम्मीद है कि मेरा यह अनुभव आपके लिए उपयोगी होगा। अगर आपके कोई सवाल हैं, तो नीचे कमेंट कर सकते हैं। मैं जवाब देने की कोशिश करूंगा।

अच्छी खेती और बंपर कमाई के लिए मेरी शुभकामनाएं! जय किसान!

FAQs

क्या इन सभी सब्जियों को एक साथ एक ही खेत में उगाया जा सकता है?

हां, इन सब्जियों को एक ही खेत में उगाया जा सकता है, लेकिन सावधानी बरतनी होगी। मैं सलाह दूंगा कि खेत को छोटे-छोटे प्लॉट में बांट लें और हर प्लॉट में अलग-अलग सब्जी लगाएं। इससे बीमारियों का फैलाव कम होगा और देखभाल करना आसान होगा। साथ ही, पानी और खाद की जरूरत अलग-अलग सब्जियों के लिए अलग-अलग होती है, इसलिए इस तरह से लगाने से मैनेजमेंट आसान हो जाएगा।

इन सब्जियों की खेती के लिए कितने पानी की जरूरत होती है?

पानी की जरूरत हर सब्जी के लिए अलग-अलग होती है। मेरे अनुभव से, मटर और फूलगोभी को मध्यम पानी की जरूरत होती है। मेथी और पालक कम पानी में भी अच्छी पैदावार देते हैं। खीरा, टमाटर और लौकी को ज्यादा पानी चाहिए। मैं डृप इरिगेशन का इस्तेमाल करता हूं, जिससे पानी की बचत होती है और सभी पौधों को जरूरत के हिसाब से पानी मिलता है। मौसम और मिट्टी के हिसाब से पानी की मात्रा को एडजस्ट करते रहना चाहिए।

इन सब्जियों में सबसे ज्यादा मुनाफा किस सब्जी में है?

मुनाफा कई चीजों पर निर्भर करता है जैसे मौसम, बाजार की मांग, और आपकी मेहनत। लेकिन मेरे अनुभव से, टमाटर और फूलगोभी सबसे ज्यादा मुनाफा देते हैं। टमाटर लंबे समय तक फल देता रहता है और बाजार में इसकी हमेशा मांग रहती है। फूलगोभी अगर सही समय पर बाजार में पहुंचे तो बहुत अच्छे दाम मिलते हैं। हालांकि, मटर भी अगर अंगेती लगाई जाए तो बहुत अच्छा मुनाफा दे सकती है। मेरी सलाह है कि एक से ज्यादा सब्जियां लगाएं ताकि किसी एक के नुकसान होने पर दूसरी से फायदा हो सके।

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Suresh

मैं सुरेश साहू, 27 वर्षीय किसान और कृषि छात्र हूँ। बिजेपुर गाँव में 10 एकड़ भूमि पर खेती करता हूँ। मेरे पिता के 45 साल के अनुभव के साथ, मुझे 4 साल का अनुभव है। मैं भुवनेश्वर के SOA विश्वविद्यालय के कृषि कॉलेज में दूसरे वर्ष का छात्र हूँ और किसानों की मदद के लिए AgriJankari.com चलाता हूँ।

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